अमंगल का नाश करता है मंगलवार का व्रत, देखें ये खास नियम
- By Habib --
- Monday, 08 May, 2023
Tuesday fast destroys evil
Tuesday fast destroys evil: हिंदू धर्म में सप्ताह का प्रत्येक दिन किसी न किसी देवी-देवता को जरूर समर्पित होता है। मंगलवार का दिन भगवान हनुमान की पूजा के लिए समर्पित है। इस दिन महाबली हनुमान के भक्त व्रत रखते हैं और विधि-विधान से पूजा करते हैं। कलयुग के देवता कहे जाने वाले बजरंगबली की पूजा और उपासना करने से जीवन में खुशियां आती हैं।
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार यदि किसी व्यक्ति की कुंडली में मंगल ग्रह कमजोर है, तो उसे मंगलवार के दिन व्रत रखकर हनुमान जी की पूजा करनी चाहिए। इससे हनुमान जी की कृपा मिलती है और मंगल के अशुभ प्रभाव कम होते हैं। मंगलवार का व्रत व्यक्ति के जीवन से संकटों को दूर करता है और साहस, सम्मान, बल और पुरुषार्थ बढ़ाता है। हालांकि मंगलवार व्रत के दौरान कुछ नियमों का पालन करना चाहिए वरना व्रत का लाभ नहीं मिलता है।
मंगलवार व्रत की शुरुआत किसी भी महीने के शुक्ल पक्ष के पहले मंगलवार से करनी चाहिए। यदि आप किसी मनोकामना के लिए मंगलवार का व्रत करना चाहते हैं तो इसे 21 या 45 मंगलवार तक करें। 21 या 45 मंगलवार तक व्रत करने के बाद इसका उद्यापन करना चाहिए।
मंगलवार व्रत के दौरान पूजा के लिए स्नान करके घर के ईशान कोण में किसी साफ जगह पर बैठकर हनुमान जी की प्रतिमा स्थापित करें। इस दिन लाल कपड़े पहने और हाथ में पानी लेकर व्रत का संकल्प करें।
हनुमान जी की मूर्ति या तस्वीर के सामने घी का दीपक जलाएं और फूल चढ़ाएं। फिर मंगलवार व्रत कथा पढ़ें या सुनें। इसके बाद हनुमान चालीसा और सुंदर कांड का पाठ करें। भगवान को गुड़ चने का भोग लगाकर उनकी आरती करें। दिन में सिर्फ एक बार भोजन लें। अपने आचार-विचार शुद्ध रखें। शाम को हनुमान जी के सामने दीपक जलाकर आरती करें।
21 या 45 मंगलवार का व्रत रखने के बाद 22वें मंगलवार को विधि-विधान से हनुमान जी का पूजन करके उन्हें चोला चढ़ाएं। फिर 21 ब्राह्मणों को बुलाकर उन्हें भोजन कराएं और दान-दक्षिणा दें।
मंगलवार व्रत के लाभ
मंगलवार व्रत से हनुमान जी प्रसन्न होते हैं और उनकी कृपा बनी रहती है। ये व्रत सम्मान, बल और साहस को बढ़ाता है। होनहार और भाग्यशाली संतान प्राप्ति के लिए भी मंगलवार का व्रत बहुत लाभकारी है। यदि आपकी कुंडली में मंगल कमजोर है और शुभ फल नहीं दे रहा है, तो मंगलवार का व्रत जरूर करना चाहिए।
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